अगर आपका बच्चा सब्जियां खाना पंसद करता है, तो आप लकी पैरेंटस हैं। क्योंकि आज के समय में बदलते लाइफस्टाइल की वजह से हमारा खान-पान भी बदल रहा है। जंक फूड जो कि बच्चों का सबसे पंसदीदा होता है, लेकिन यही बच्चों के लिये सबसे ज्यादा हानिकारक है। इसके अलावा आज के समय में ज्यादातर लोग शाकाहार अपना रहे हैं, शाकाहार खाने के किसी तरह के कोई नुकसान नहीं है। शाकाहार अपनाने के लिये बच्चों की डाइट में सब्जियां जरुर शामिल करें। सब्जियों से हमें हर प्रकार के पोषक तत्व मिलते हैं, बहुत से ऐसे बच्चें हैं जो सब्जियां खाना नहीं पंसद करते हैं। जो तत्व हमें सब्जी में मिलते हैं वह किसी और चीज से नहीं मिलते हैं। अगर आप अपने बच्चों को शाकाहार खिलाने चाहते हैं तो सबसे पहले यह समझना जरुरी है कि शाकाहार क्या होता है, किस तरह से यह हमारी सेहत के लिये फायदेमंद है।
शाकाहारी क्या है?
शाकाहार यानी कि सब्जियां, दालें, फल, नट आदि है। यह पूरी तरह से शाकाहार श्रेणी में आते हैं।
एक से अधिक प्रकार के शाकाहारी भी होते हैं, जैसे कि
लैक्टो-ओवो शाकाहारी डेयरी और अंडे खाते हैं लेकिन मांस, मुर्गी और मछली नहीं खाते हैं।
पेसको-शाकाहारी डेयरी, अंडे और मछली खाते हैं, लेकिन मांस और मुर्गी नहीं खाते हैं।
बच्चों के लिये क्यों जरुरी है सब्जियां खाना
बच्चे जन्म के 6 महीने तक दूध ही पीते हैं, लेकिन 6 महीने बाद बच्चे को दाल का पानी, फल लेना शुरु करते हैं। पालक बच्चे की हेल्थ के लिये बहुत आवश्यक होता है क्योंकि पालक में भरपूर मात्रा में आयरन पायी जाती है। बीन्स, आलू, टमाटर, खीरा और भी ऐसी बहुत सी सब्जियां है जो बच्चों के लिये फायदेमंद होती है। बच्चों की रोजाना डाइट में किसी ना किसी तरह से सब्जियों को शामिल करें, क्योंकि ऐसे बहुत से बच्चे हैं जिन्हें सब्जी खाना पंसद नहीं होता है। ऐसे में आप बच्चों को रोचक तरीके से सब्जी खिला सकते हैं।बच्चों को सब्जियां खिलाना मुश्किल काम होता है, क्योंकि बहुत से ऐसे बच्चे होते हैं जिनको सब्जियां नहीं पंसद होती है। ऐसे में आप बच्चों को कई और तरह से सब्जियां खिला सकते हैं। आइये जानते हैं किस तरह से बच्चों को सब्जियां खिलायी जा सकती है।
बच्चों को किन तरीकों से आप सब्जियां खिला सकती हैं-
बच्चों को सब्जियां खिलाना का सबसे अच्छा तरीका है, उनके पंसदीदा खाने में कई तरह की सब्जियां मिला दें। यहां पर हम आपको को कुछ ऐसी ही रेसिपीज बता रही है-
मिक्स वेज पास्ता- पास्ता बच्चों का पंसदीदा होता है, पास्ता में अगर खूब सारी सब्जियां मिला दी जाये तो वह टेस्टी होने के साथ हेल्दी भी होगा।
वेजिटेबल पराठा- वेजिटेबल पराठा बनाने के लिये गाजर, बीन्स, आलू, को मिक्स करके आप पराठा या चीला भी बना सकती है।
उत्तपम- यह एक साउथ इंडियन डिश है जो कि बच्चों की पंसदीदा होती है इसमें कई तरह की सब्जियां भी मिला सकते हैं।
बच्चों की अच्छी सेहत के लिये शाकाहार डाइट देना जरुरी है, अगर आपका बच्चा मांसहार पंसद करता है तो उसी चिकन, मछली दीजिये लेकिन एक उचित मात्रा में।
सभी उम्र के लोगों के लिये सब्जियां फायदेमंद होती है
बच्चा से लेकर किशोर तक, सभी उम्र के बच्चे शाकाहारी हो सकते हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि सब्जियों से उन्हें पोषक तत्व और ऊर्जा मिलती है। अगर आप किसी भी उम्र में अच्छी तरह से सब्जियों का सेवन करेगें तो आप हमेशा फिट रहेगें।
गर्भवती महिलाओं के लिये क्यों जरुरी है सब्जियां-
सब्जियों में कई तरह के विटामिन और मिनरल होते हैं, गर्भावस्था में हमें कई तरह के विटामिन की आवश्यकता होती है। खासतौर से विटामिन ए की। विटामिन ए से भरपूर आहार हमारी सेहत के लिए आवश्यक है, और गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। कोलंबिया विश्वविद्यालय द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, गर्भावस्था के दौरान बच्चे में फेफड़े के गठन में विटामिन ए की कमी होती है तो बच्चे में अस्थमा होने का डर होता है।
विटामिन ए की कमी से चिकनी मांसपेशियों में गहरा परिवर्तन हो सकता है जो सांस लेने के रास्ते को घेर लेती है जिससे फेफड़े में कई तरह का संक्रमण हो सकता है। एक अन्य अध्ययनों से यह भी पता चला है कि रेटिनोइक एसिड (आरए) - विटामिन ए का सक्रिय मेटाबोलाइट - सामान्य फेफड़ों के विकास के लिए आवश्यक है।
विटामिन ए मुख्य रूप से प्राकृतिक खाद्य स्रोतों में उपलब्ध है, मुख्य रूप से उन फल और सब्जियों में पाया जाता है, जो कि नांरगी रंग के होते हैं। विटामिन ए के अलावा कैल्शियम, विटामिन बी और कई तरह के पोषक तत्व भी सब्जियों में पाये जाते हैं।
नि्ष्कर्ष-
बच्चों की अच्छी हेल्थ के लिये उन्हें भरपूर मात्रा में सब्जियां खिलाये, उन्हें जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक देने से परहेज करें। मोबाइल और वीडियो गेम से दूर रखे, ज्यादा मोबाइल और गेम बच्चे के स्वास्थ्य के लिये हानिकारक होता है।
